Ishq mein shahar hona - Ravish kumar

Snap of  Ravish Kumar's book
Ishq mein shahar hona
    बहुत अर्से बाद ऐसी कोई किताब आई है हिन्दी साहित्य में जिसका चर्चा फेसबुक , ब्लॉग , साहित्यिक मंडली में इस कदर हो रहा है,
    कल तक पुस्तक मेलों से अंग्रेजी की किताब को दिखा कर और हिन्दी की किताब को छुपा कर लाने वाले हम-सब super journalist Ravish Kumar रवीश कुमार /विक्रम नायक की लप्रेक - फ़ेसबुक फ़िक्शन श्रृंखला किताब Ishq mein shaher hona / इश़्क में शह़र होना बड़े ही गर्व से खरीद रहे हैं साथ ही साथ किताब की तस्वीर और इस पर अपनी प्रतिक्रिया फे़सबुक पर डाल रहे हैं ।
    इस किताब की कितनी प्रतियां बिकी यह तो मुझे नही मालूम पर लोगों के बीच इस किताब को लेकर क्रेज से यह ज्ञात होता है कि यह किताब हिन्दी के लिए एक turning point जरुर साबित होगी ।
    रवीश के इन छोटी कहानियां / विक्रम नायक के चित्रों का प्रभाव है या Rajkamal Prakashan Groupके व्यापक प्रचार का पर जो भी है इन सबने मिल कर outdated पड़े हिन्दी को update ही किया है । इन सबने साबित कर दिया कि लेखक खुद को प्रसांगिक रख कर किताब लिखें और उसका जबरदस्त branding हो तो हिन्दी अंग्रेजी को टक्कर दे ही सकती है ।

Comments