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Showing posts from March, 2016

शहनाई जादूगर बिस्मिल्लाह खान की जन्मदिन पर

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शहनाई जादूगर बिस्मिल्लाह खान की जन्म दिन पर   21 मार्च , 1916 - 21 अगस्त , 2006   उस्ताद , तुमने तंगी में जिंदगी गुजार दी , मजहबी फ़सादों को चुनौती देते रहे दुनियाँ घूमे लेकिन रमे रहे बनारस में। काशी विश्वनाथ के फाटक से लेकर मुहरर्म के ताजिये के जुलूसों तक , बनारस की फिज़ाओं में तुम्हारी शहनाई गूँजती रही और सांप्रदायिक फ़सादों के खून खराबे में हताहतों के लिए तुम्हारी शहनाई मर्सिया पढ़ती रही। 2016 तुम्हारी जन्म शताब्दी का वर्ष है उस्ताद! तुम्हारी शहनाई , जिसे तुम ' पिपिहिरी ' कहा करते थे , हमारी हस्ती की पिपिहिरी है वह। , बनारस की गलियों में ही नहीं , बल्कि पूरे हिंदुस्तान और दुनियाँ-जहान के अवाम के दिलों में तुम्हारी शहनाई गूँजती रहेगी।) डुमराँव (बिहार) की भिरंग राउत की गली नामक मोहल्ले में जन्मे , 6 वर्ष की उम्र से ही बनारस में पाले-बढ़े बिस्मिल्लाह खान पूरे तौर पर बनारसी थे- ठाट बनारसी , राग बनारसी , रंग बनारसी। बनारस से अलग कर उनको , उनके संगीत को नहीं समझा जा सकता। स्वभाव बमभोला , धर्म संगीत और व्यक्तित्व नटराज। उन्हें बात करते , शहनाई बजाते जिसने भी देखा-सुना होगा , उससे उनके...

नॉन रेज़िडेंट बिहारी | Book Review

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अमेज़न पर   कुछ महीनों पहले इस बुक को देखा था । Non Resident Indian(NRI) सुना था ,  Non Resident Bihari(NRB) पहली बार सुन रहा था । किताब को जानने की उत्सुकता में लिंक पर क्लिक कर दिया । पांच मिनट इधर - उधर पढ़ने पर पता चला की किताब खूब बिक रही थी । इसके रिव्यु भी अच्छे थे । कुछ ही दिन बाद फिर फेसबुक पर इस के बारे में किसी फ्रेंड का स्टेटस पढ़ा । उत्सुकता और भी बढ़ गयी । अगले ही दिन अमेज़न पर आर्डर कर दिया । बुक मिला 27 जनवरी को । तब से आज तक ( 4 मार्च ) किताब को रोज उलट-पलट के देखता और एग्जाम बाद पढ़ने पर टाल देता ।  जब 4 मार्च को एग्जाम से छुटा तो सबसे पहले यही किताब उठाया । किताब के नाम में ही गजब का उत्साह था ।  किताब के लेखक शशिकांत मिश्र हैं ।  बिहार के हैं । पेशे से पत्रकार हैं , ABP NEWS में काम करते हैं । इकोनॉमिक्स से ग्रेजुएट हैं और हिंदी पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हैं । UPSC निकालने दिल्ली आये थे । UPSC तो नहीं क्लियर हुआ लेकिन यह किताब लिख मारा ।   किताब की कहानी है UPSC की तैयारी करने बिहार से दिल्ली आये कुछ लड़कों की । किताब का मेन कैरेक्टर का ...